Wednesday, March 26, 2014

RS-CIT Result

Wednesday, March 19, 2014

कंप्यूटर में आइकॉन छोटे करने का एक मज़ेदार ट्रिक

अगर आप को अपने कंप्यूटर या लैपटॉप के डेस्कटॉप पर बने सारे आईकन को छोटा या बड़ा करना हो तो आप right click और फिर view में जा के साइज़ को चुनते हैं !इसके आलावा भी एक मज़ेदार तरीका है जो बहुत लोग नहीं जानते हैं !



right click और फिर view में परेशानी ये है की इसके द्वारा सिर्फ 3 तरह के साइज़ को आप सलेक्ट कर सकते हैं और आप को उन्हीं में से किसी एक को सलेक्ट करना पड़ता है ! लेकिन जेसा मै उपर लिखा है की एक तरीका और हैं जिसके द्वारा आप अपने कंप्यूटर डेस्कटॉप पर बने सारे आईकन को अपने मनचाहा आकार तक छोटा या बड़ा कर सकते हैं वो भी बिना किसी सॉफ्टवेर या right click के,इसके लिए आप को ज़यादा कुछ नहीं करना है बस अपने की-बोर्ड के Ctrl बटन को दबा के रखे और माउस व्हील को आगे और पीछे एस्क्रोल करे !आगे एस्क्रोल करेंगे तो आईकन छोटे होंगें और पीछे एस्क्रोल करेंगें तो आईकन बड़े होंगें!
कर के देख लीजिये ! 

सिस्टम चालू करने पर मेस्सेंजर परेशान करता है तो उसे हटाने का आसान सा तरीका

हम जब सिस्टम चालू करते हैं तो Window Massanger बड़ा परेशान करता है और आसानी से उसे हटाया नहीं जा सकता तो उसे हटाने के लिये पेश है आसान सा तरीका।

  1. control pannel पर क्लिक करें, Add & Remove Programes पर क्लिक करें।
  2. Add / Remove window Components पर क्लिक करे।
  3. अब जो खिड़की खुलेगी उसमें जाकर सबसे नीचे Window Massanger पर क्लिक करें और वहाँ से राईट का चिन्ह हटा देवें,।
  4. Next पर क्लिक करें Finish पर क्लिक करें और जो खिड़की खुली है उसे भी बन्द कर देवें।
    देखिये अब आपको Window Massanger कभी परेशान नहीं करेगा।

Monday, March 17, 2014

यह है दुनिया का "स्पैम किंग"

frenzcare.blogspot.in
रूस की राजधानी मोस्को के नजदीक विड्नोय शहर का निवासी 23 वर्षीय ओलेग निकोलाएंको चर्चा में है. इसे "स्पैम किंग" कह सकते हैं क्योंकि अमेरिकी जाँच एजेंसी एफबीआई के अनुसार दुनिया भर में हो रही इंटरनेट स्पैमिंग का एक तिहाई हिस्सा मात्र इसी व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा है.

एफबीआई की एफैडेविट में लिखा हुआ है कि "ग्रान्ड ज्यूरी ने ओलेग निकोलाएंको के खिलाफ जाँच करने का आदेश दिया है, जो कि ईमेल और वायर धोखाधडी का आरोपी है.'

टर्नर नेटवर्क के पोर्टल द स्मोकिंग गन के अनुसार यह 23 वर्षीय वेब तकनीक गुरू मेगा-डी नामक नेटवर्क का मालिक हो सकता है जिसने 5 लाख से अधिक कम्प्यूटर सिस्टमों को प्रभावित किया है. मेगा-डी एक ऐसा नेटवर्क है जो स्पैमिंग फैलाता है और एक आकलन के अनुसार यह प्रतिदिन 10 बिलियन स्पैम ईमेल भेजता है.

इस नेटवर्क के द्वारा जिन चीजों से संबंधित ईमेल भेजे जाते हैं उनमें शामिल है - जाली घडियाँ, यौन शक्ति बढाने की दवाई की मार्केटिंग, प्राकृतिक चिकित्सा आदि.

और इसके लिए दुनिया के अन्य स्पैमर निकोलाएंको को भारी भरकम फीस भी देते हैं. एफबीआई द्वारा गिरफ्तार दो अन्य स्पैमरों ने इस स्पैम किंग को 4.6 लाख डॉलर चुकाए थे. इन्होनें ही इसके बारे में सुरक्षा एजेंसियों को सूचना दी थी.

माइक्रोसोफ्ट की नई टचस्क्रीन तकनीक

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माइक्रोसोफ्ट ने एक नई तकनीक विकसित की है जिसकी मदद से प्रयोक्ता डिवाइज की स्क्रीन पर दिख रहे चित्रों पर प्रदर्शित टेक्ष्चर, उभार और खुरदुरी सतह को महसूस कर पाएंगे.

यदि यह तकनीक लोकप्रिय होती है और परीक्षणों में सफल रहती है तो इसका इस्तेमाल मोबाइल फोनों में भी होने लगेगा और एक दिन कीपैड वाले मोबाइल फोन भूतकाल की बात हो जाएंगे. क्योंकि तब स्क्रीन पर ही उभरने वाले कीपैड का इस्तेमाल करना एकदम सरल हो जाएगा.

परंतु माइक्रोसोफ्ट ने इस तकनीक को फिलहाल अपने टेबल डिवाइज़ सर्फेस के लिए तैयार किया है. सर्फेस एक बडा कम्यूटिंग डिवाइज़ है जो टेबलनुमा है. टेबल की सतह पर स्क्रीन लगी होती है और नीचे रखा एक प्रोजेक्टर तस्वीरों को प्रोजेक्ट करता है. वहीं पर लगे कैमरे प्रयोक्ता की उंगलियों के क्षैत्र को इंफ्रारेड तकनीक के माध्यम से चिह्नित करते हैं और इस तरह से टचस्क्रीन सुविधा प्रदान की जाती है.

अब सर्फेस प्रयोक्ता स्क्रीन के ऊपर दिख रहे चित्रों को ना केवल देख पाएंगे बल्कि महसूस भी कर पाएंगे. माइक्रोसोफ्ट ने जिस तकनीक को पेटेंट करवाया है उसमें पिक्सल साइज़ के पोलिमर लगाए गए हैं, जो पराबैंगनी किरणों की तरंगों के हिसाब से खुद को कठोर या मुलायम बनाएंगे. इससे सतह के टेक्ष्चर को महसूस किया जा सकेगा.

इससे कम्प्यूटिंग और भी सरल और वास्तविक बन जाएगी.

कम्यूटर से मिटा दी गई फाइलें पुन: प्राप्त करें

कम्यूटर से मिटा दी गई फाइलें पुन: प्राप्त करें

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क्या कभी ऐसा हुआ है कि आपने अपने पीसी में संग्रहित कोई फाइल मिटा दी हो, और कुछ दिन बाद आपको लगा हो कि आपसे भूल हो गई थी? उस समय यदि रिसाइकल बिन में भी वह फाइल ना दिखे तो उस समय की स्थिति समझी जा सकती है.

लेकिन यदि आप विंडोज़ विस्टा या विंडोज़ 7 ओपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करते हैं तो एक ऐसी सुविधा का उपयोग कर सकते हैं जो इस समस्या का निवारण कर देती है. इस सुविधा का नाम है  शेडो कॉपी.
शेडो कॉपी, आपके द्वारा इस्तेमाल की जा रही किसी भी फाइल की एक और कॉपी दूसरी जगह स्वत: ही संग्रहित करती रहती है. इसलिए भविष्य में यदि आप गलती से मूल प्रति मिटा भी दें तो भी एक बैकअप कॉपी हमेशा आपके पास रहती है.
इस सुविधा का उपयोग कर आप किसी भी फाइल के पुराने संस्करण पर जा सकते हैं. इस सुविधा को चालू करने से आपकी डिस्क स्पेस का अधिक अतिरिक्त उपयोग भी नहीं होता क्योंकि शेडो कॉपी मात्र बदलावों को सुरक्षित रखती है.

इंटरनेट पर कैसे शेयर करें बड़ी फाइलें


 बड़ी फाइलों को एक पीसी से दूसरे पीसी में शेयर करना सबसे बड़ी मुसीबत है उपर से अगर इंटरनेट स्‍पीड कम हो तो बड़ी फाइल छोडि़ए छोटी फाइल भी अटैच नहीं होती। लेकिन ऐसे कई तरीके हैं जिनकी मदद से आप एक पीसी से दूसरे पीसी में हैवी फाइल बड़े आराम से शेयर कर सकते हैं। हम सभी ज्‍यादातर फाइल शेयर करने के लिए जी मेल, याहू मेल या फिर दूसरी मेल सर्विस का प्रयोग करते हैं, आप में से कुछ गूगल ड्राइव का प्रयोग भी करते होंगे। लेकिन स्‍लो इंटरनेट कनेक्‍शन में मेल में फाइल अटैच करने में काफी समय लग जाता है। आइए जानते है फाइल शेयर करने के कुछ दूसरे तरीको के बारे में जिनकी मदद से आप अपनी फाइल आसानी से शेयर कर सकते हैं। 

ड्रॉपबॉक्‍स :
ड्रॉपबॉक्‍स एक फ्री सर्विस है जिसकी मदद से आप अपनी फोटो, डाक्‍यूमेंट और वीडियो लैपटॉप के साथ मोबाइल की मदद से शेयर कर सकते हैं। ड्रॉपबॉक्‍स में 2 से 18 गीगाबाइट तक का स्‍पेस आपको मिलता है अगर आपको ज्‍यादा स्‍पेस की जरूरत है तो 1 टेराबाइट तक का स्‍पेस आप खरीद भी सकते हैं। पढ़ें: अपने फोन के वॉल्‍यूम को ऐसे बढ़ाएं? Dropbox 1/6 ड्रॉपबॉक्‍स ड्रॉपबॉक्‍स एक फ्री सर्विस है जिसकी मदद से आप अपनी फोटो, डाक्‍यूमेंट और वीडियो लैपटॉप के साथ मोबाइल की मदद से शेयर कर सकते हैं। ड्रॉपबॉक्‍स में 2 से 18 गीगाबाइट तक का स्‍पेस आपको मिलता है अगर आपको ज्‍यादा स्‍पेस की जरूरत है तो 1 टेराबाइट तक का स्‍पेस आप खरीद भी सकते हैं। 

एवरनोट :
एवरनोट एक डिजिटल बुलेटेन बोर्ड है जिसमें एक ही जगह पर आप अपनी सारी जानकारी इक्‍ट्ठा करके उसे शेयर कर सकते हैं। वैसे तो एवरनोट में अनलिमिटेड स्‍पेस है लेकिन एक महिने में आपको 50 मेगाबाइट तक ही अपलोड कर सकते हैं।

मूवर डॉट आईओ :
मूवर डॉट आईओ एक वेब बेस्‍ड सर्विस है जिसकी मदद से आप अपनी फाइलें सर्वस पर सेव कर सकते हैं और उन्‍हें कभी भी शेयर कर सकते हैं। इतना ही नहीं इसकी मदद से आप अपना डेटा सिंक करने के साथ उसका बैकअप भी ले सकते हैं। लेकिन मूवर डॉट आईओ की सर्विस प्रयोग करने के लिए आपको पर जीबी प्‍लान लेना पड़ेगा।

बॉक्‍स :
बॉक्‍स में भी ड्रॉप बॉक्‍स की तरह आप अपना डेटा सेव कर सकते हैं। इसमें आपको 10 जीबी फ्री स्‍पेस मिलता है इसके अलावा कई दूसरे पेड प्‍लान भी उपलब्‍ध हैं। मीडिया फायर मीडिया फायर में 10 जीबी तक डेटा फ्री सेव किया जा सकता है, इसमें आप अपने डॉक्‍यूमेंट एडिट भी कर सकते हैं। अगर आप 10 जीबी से ज्‍यादा स्‍पेस चाहते हैं तो 157 रुपए हर महिने पे करके ज्‍यादा स्‍पेस ले सकते हैं।

मीडिया फायर :
मीडिया फायर में 10 जीबी तक डेटा फ्री सेव किया जा सकता है, इसमें आप अपने डॉक्‍यूमेंट एडिट भी कर सकते हैं। अगर आप 10 जीबी से ज्‍यादा स्‍पेस चाहते हैं तो 157 रुपए हर महिने पे करके ज्‍यादा स्‍पेस ले सकते हैं।

Sunday, March 16, 2014

Friends Care: कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer?)

Friends Care: कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer?): कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer?) आज का युग कम्प्यूटर का युग है.आज कम्प्यूटर किसी ना किसी रूप में हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है. ऐसे म...

Saturday, March 15, 2014

कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer?)

कम्प्यूटर क्या है? (What is Computer?)


आज का युग कम्प्यूटर का युग है.आज कम्प्यूटर किसी ना किसी रूप में हमारे जीवन से जुड़ा हुआ है. ऐसे में मस्तिष्क में कई बार यह प्रश्न उठता है कि आखिर कम्प्यूटर है क्या? आइये इसी प्रश्न का उत्तर ढूंढने का प्रयास करते हैं.कम्प्यूटर एक ऐसा यंत्र,औजार या डिवाइस (device) है जो हमारे द्वारा दिये गये आंकड़ों (डाटा) को ग्रहण कर उस पर हमारे द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार काम करता है और हमें इच्छित परिणाम प्रदान करता है. जिन निर्देशों के आधार पर कम्प्यूटर काम करता है उन्हें हम प्रोग्राम (Program) कहते हैं.हिन्दी में कम्प्यूटर को संगणक भी कहा जाता है.कई बार कम्प्यूटर के लिये हम लोग पी.सी. (P.C) शब्द का भी प्रयोग करते हैं. पी.सी. एक अंग्रेजी शब्द है जिसका मतलब होता है पर्सनल कम्प्यूटर (Personal Computer) यानि व्यक्तिगत कम्प्यूटर.आपने शेयर्ड कम्प्यूटर (Shared Computer) का नाम भी सुना होगा.शेयर्ड कम्प्यूटर वह है जिसे कई भिन्न-भिन्न लोग उपयोग करते हैं.विशेष रूप से इसका तात्पर्य उस कम्प्यूटर से है, जो सार्वजनिक या साझा पहुँच के लिए उपलब्ध हों. जैसे शालाएँ, पुस्तकालय, इंटरनेट और गेमिंग कैफ़ेज़ और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पाए जाने वाले कम्प्यूटर.

कम्प्यूटर के संबंधित शब्दों से परिचय

कम्प्यूटर के विषय में और अधिक जानने से पहले आइये कम्प्यूटर से संबंधित तकनीकी शब्दावली से परिचित हो लें.

डाटा क्या है? (What is Data?)

आपने डाटा शब्द बहुत बार सुना होगा. इसका शाब्दिक अर्थ है आंकड़े लेकिन कम्प्यूटर के क्षेत्र में यह विभिन्न अर्थों में प्रयुक्त होता है.इसका अर्थ है कुछ तथ्य,अंक और सांख्यिकी का समूह, जिस पर प्रक्रिया करने से अर्थपूर्ण सूचना प्राप्त होती है.जैसे आप किसी स्थान के पूरे महीने के तापमान के आंकड़े एक जगह रखें तो वह मासिक तापमान का आंकड़ा होगा, यानि टैम्परेचर डाटा.कभी कभी डाटा को रॉ डाटा (Raw Data) भी कहा जाता है.इसका मतलब हुआ ऐसा डाटा जिस पर अभी कोई भी प्रक्रिया नहीं हुई है. लेकिन डाटा शब्द का उपयोग हमेशा गणितीय आंकड़ों के सन्दर्भ में ही हो यह कोई आवश्यक नहीं. अक्सर चित्र (Image) , वीडियो फाइल (Video File),फोटो (Photo),डोक्यूमैंट (Documents) आदि भी डाटा कहे जाते हैं.

प्रक्रिया क्या है ? (What is Process?)

डाटा जैसे- अक्षर, अंक, सांख्यिकी या किसी चित्र को सुव्यवस्थित करने या उनकी गणना करने को प्रक्रिया कहते हैं. किसी भी डाटा को अर्थपूर्ण जानकारी में बदलने के लिये उसे प्रक्रिया से गुजरना पड़ता हैं. इसके बाद इसे विभिन्न व्यक्ति (जिन्हें सूचना की आवश्यकता है) अपने अपने कार्य के अनुसार प्रयोग कर सकते हैं. जैसे यदि हम पिछ्ले उदाहरण के मासिक तापमान के डाटा की बात करें तो इस डाटा पर प्रक्रिया कर यह पता लगा सकते हैं इस महीने सबसे अधिक तापमान या सबसे कम तापमान क्या रहा या इस महीने का औसत तापमन क्या था.प्रक्रिया में निम्नालिखित पदो का समावेश होता है.

गणना :- जोडना, घटाना, गुणा करना, भाग देना,औसत करना.

तुलना :- बराबर, बड़ा,छोटा, शून्य, धनात्मक,ऋणात्मक.

निर्णय लेना (Decision Making) :- किसी शर्त या तर्क के आधार पर विभिन्न निर्णय लेना.

तर्क (Logic):- आवश्यक परिणाम को प्राप्त करने के लिए पदों का क्रम.


प्रक्रिया केवल संख्याओं (अंकों) की गणना को ही नहीं कहते हैं बल्कि कम्प्यूटर की सहायता से दस्तावेजों में त्रुटियाँ ढ़ूंढ़ना, टैक्ट को व्यवस्थित करना जैसे कई काम भी प्रक्रिया कहलाते हैं.







सूचना क्या है? (What is information?)

जिस डाटा पर प्रक्रिया हो चुकी हो,वह सूचना कहलाती है.अर्थपूर्ण तथ्य,अंक या सांख्यिकी सूचना होती है.दूसरो शब्दों में डाटा पर प्रक्रिया होने के बाद जो अर्थपूर्ण डाटा प्राप्त होता है, उसे ही सूचना कहते हैं.



input-output-process

सूचना के गुण ( Quality of information)

निर्णय लेने के लिये हमें सूचना की आवश्यकता होती है. किसी भी सूचना में अग्रलिखित गुण होने चाहियेः

अर्थपूर्णता : सूचना में कुछ ना कुछ अर्थ होना चाहिये.

पूर्व जानकारी से सहमति : सूचना को किसी पूर्व जानकारी का अनुमोदन (Validation) करना चाहिये.

पूर्व जानकारी में सुधार : सूचना को किसी पूर्व जानकारी में कुछ जोड़ना चाहिये या उसे सुधारना चाहिये.

संक्षिप्तता : सूचना संक्षिप्त होनी चाहिये.

शुद्धता या यथार्थता : सूचना सही होनी चाहिये ताकि उस की आधार पर निर्णय लिये जा सकें.

कम्प्यूटरों के प्रकार (Type of Computers)

1. अनुप्रयोग के आधार पर कम्प्यूटरों के प्रकार
यद्यपि कम्प्यूटर के अनेक अनुप्रयोग हैं लेकिन प्रमुख अनुप्रयोगों के आधार पर कम्प्यूटरों के तीन प्रकार होते हैं.
1. एनालॉग कम्प्यूटर
2. डिजिटल कम्प्यूटर
3. हाईब्रिड कम्प्यूटर

2. आकार के आधार पर कम्प्यूटरों के प्रकार
आकार के आधार पर हम कम्प्यूटरों को निम्न श्रेणियाँ प्रदान कर सकते हैं –
1. माइक्रो कम्प्यूटर
2. वर्क स्टेशन
3. मिनी कम्प्यूटर
4. मेनफ्रेम कम्प्यूटर
5. सुपर कम्प्यूटर

पर्सनल कम्प्यूटर ऐसे माइक्रो कम्प्यूटर हैं जो विशेष रूप से व्यक्तिगत अथवा छोटे समूह के द्वारा प्रयोग में लाए जाते हैं. इन कम्प्यूटरों को बनाने में माइक्रोप्रोसेसर मुख्य रूप से सहायक होते है. पर्सनल कम्प्यूटर निर्माण विशेष क्षेत्र तथा कार्य को ध्यान में रखकर किया जाता है उदाहरणार्थ- घरेलू कम्प्यूटर तथा कार्यालय में प्रयोग किये जाने वाले कम्प्यूटर. इसके बारे में विस्तार पूर्वक अलग से चर्चा करेंगे.

पर्सनल कम्प्यूटर के मुख्य कार्यो में गेम-खेलना, इन्टरनेट का प्रयोग, शब्द-प्रक्रिया इत्यादि शामिल हैं. पर्सनल कम्प्यूटर के कुछ व्यवसायिक कार्य निम्नलिखित हैं.

1. डिजाइनिंग करना

2. सेल्स,इन्वेन्ट्री तथा प्रोडक्शन कन्ट्रोल

3. स्प्रेडशीट कार्य

4. अकाउन्टिंग

5. सॉफ्टवेयर निर्माण

6. वेबसाइट डिजाइनिंग तथा निर्माण

7. सांख्यिकी गणना इत्यादि




ये सॉफ्टवेयर क्या होता है ?

सॉफ्टवेयर

जिनको हम हार्डवेयर पर चलाते हैं.किसी भी कम्प्यूटर को चलाने के लिये जो सबसे आवश्यक सॉफ्टवेयर है वह है ऑपरेटिंग सिस्टम. ऑपरेटिंग सिस्टम के बिना आप कम्प्यूटर में काम नहीं कर सकते.

ऑपरेटिंग सिस्टम

ऑपरेटिंग सिस्टम व्यवस्थित रूप से जमे हुए साफ्टवेयर का समूह है जो कि आंकडो एवं निर्देश के संचरण को नियंत्रित करता है. आपरेटिंग सिस्टम हार्डवेयर एवं साफ्टवेयर के बीच सेतु का कार्य करता है.कम्प्यूटर का अपने आप में कोई अस्तित्व नही है.यह केवल हार्डवेयर जैसे की-बोर्ड, मॉनिटर, सी.पी.यू इत्यादि का समूह है. आपरेटिंग सिस्टम समस्त हार्डवेयर के बीच सम्बंध स्थापित करता है.आपरेटिंग सिस्टम के कारण ही प्रयोगकर्ता को कम्प्यूटर के विभिन्न भागों की जानकारी रखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है.साथ ही प्रयोगकर्ता अपने सभी कार्य तनाव रहित होकर कर सकता है.यह सिस्टम के संसाधनों को बांटता एवं व्यवस्थित करता है. ऑपरेटिंग सिस्टम के कई अन्य उपयोगी विभाग होते है जिनके कई काम केन्द्रिय प्रोसेसर द्वारा किए जाते है. उदाहरण के लिए आप प्रिटिंग का कोई काम करें तो केन्द्रिय प्रोसेसर आवश्यक आदेश देकर वह कार्य आपरेटिंग सिस्टम पर छोड देता है और वह स्वयं अगला कार्य करने लगता है. इसके अतिरिक्त फाइल को पुनः नाम देना, डायरेक्टरी की विषय सूची बदलना, डायरेक्टरी बदलना आदि कार्य आपरेटिंग सिस्टम के द्वारा किए जाते है.

आज जो सबसे प्रचलित ऑपरेटिंग सिस्टम हैं वह माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाये गये हैं. इनमें डॉस (DOS), विंडोज-98, विंडोज-एक्स पी, विंडोज-विस्टा प्रमुख हैं.लेकिन इन सभी को कम्प्यूटर के साथ आपको खरीदना पड़ता है. यदि आप मुफ्त का ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोग करना चाहते हैं तो उसके लिये लिनक्स के कई ऑपरेटिंग सिस्टम हैं जो पूरी तरह मुफ्त हैं. इनमे से कई विंडोज से कई मायने में बेहतर भी हैं लेकिन इनको सीखने में थोड़ा ज्यादा समय लग सकता है. चुंकि अभी विंडोज ही बहु-प्रचलित ऑपरेटिंग सिस्टम है इसलिये हम उसी से संबंधित उदाहरणों का प्रयोग इस लेख में करेंगे.

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर : एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर आपके रोज मर्रा की जरूरत को पूरा करते हैं. जैसे यदि आप यदि कुछ लिखना चाहें तो उसके लिये विंडोज में नोटपैड व वर्डपैड है. इसके अलावा आप ओपन ऑफिस का प्रयोग कर सकते हैं जो मुफ्त है या माइक्रोसोफ़्ट ऑफिस खरीद सकते हैं जिसमें से आप माइक्रोसॉफ्ट वर्ड का उपयोग लिखने के लिये कर सकते हैं. इसके अलावा आप डाटा के गणितीय,सांख्यिकीय उपयोग के लिये माइक्रोसॉफ्ट एक्सल और प्रजेंटेशन बनाने के लिये पावर पॉइंन्ट का उपयोग कर सकते हैं.किसी भी प्रकार की ड्राइग के लिये विंडोज में पेन्ट नाम का सॉफ्टवेयर होता है यदि आपको एडवांस ड्राइंग करनी है तो आप गिम्प (GIMP) का प्रयोग कर सकते हैं जो कि मुफ्त है या फिर अडोब कंपनी का फोटोशॉप सॉफ्टवेयर खरीद सकते हैं.

अपने कंप्यूटर को करें सुपर फ़ास्ट एक ट्रिक से

दोस्तों  ,आप भी अगर अपने कंप्यूटर की स्लो स्पीड के कारण परेशान  हैं , तो आज थोड़ी सी कोशिश करके देखिये ,आप अपने कंप्यूटर की स्पीड में काफी फर्क देखेंगे। क्यूँ की ये तरीका मै खुद आजमाने के बाद आप सभी तक पहुंचा रहा हूँ। मैंने अपने कंप्यूटर की स्पीड में पहले से काफी ज्यादा फर्क देखा. तो आप सभी भी एक बार आजमाकर जरुर  देखिये . और सच कहूँ तो हम हिंदुस्तानी जब तक किसी चीज को मिल बाँट कर ना खाएं ,तब तक मजा नही आता। 




  • My computer पर राईट क्लिक करके Properties पर जाएँ।
  • प्रोपर्टीज में System Properties Window में  Advanced tab पर जाएँ।
  • फिर  Performance की Settings
  • फिर Performance Options Window में Visual Effects tab पर जाएँ। 
  • यहाँ आपको Adjust For Best Performance पर क्लिक करना है ,
  • क्लिक करते ही निचे के बॉक्स लिस्ट के सभी निशान हट जायेंगे। 
  • अब Visual Effects पर क्लिक करें। 
  • सबसे नीचे वाले तीन Options पर माउस के जरिये राईट का निशान लगा दें और अप्लाय कर ओके कर दें। 
  • फिर My computer के  C: drive को ओपन करके Windows फोल्‍डर में जाएँ 
  • और  Temp फोल्‍डर को ओपन करें। 
  • Temp फोल्‍डर में मौजूद सभी फाइल्स को डिलेट कर दें। 
  • और अपने कंप्यूटर को रिस्टार्ट करके कंप्यूटर की स्पीड में फर्क देख लें।
  •  उम्मीद है की पहले से ज्यादा आपके कंप्यूटर की फ़ास्ट और तेज स्पीड आपको मिलेगी।

कंप्यूटर खरीदते समय ध्यान देने योग्य 4 बातें

कंप्यूटर खरीदते समय ध्यान देने योग्य 4 बातें


लगभग सभी लोगों के पास एक पर्सनल कंप्यूटर (PC) होता है, लेकिन सभी के पास उनकी आवश्यकताओं के लिए सही पर्सनल कंप्यूटर नहीं होता. PC के बड़े निवेश का विचार करते हुए, एक गलत खरीदारी, धन का अपव्यय या अनावश्यक भार ही सिद्ध होती है.
यहाँ, हम उन चीज़ों की चर्चा करेंगे, जिनके बारे में कंप्यूटर खरीदते समय आपको जानकारी होना आवश्यक है, सही खरीदारी के लिए आपके लिए आवश्यक जानकारी और पहली बार के क्रेताओं द्वारा की जाने वाली सामान्य गलतियाँ.



मूल्य बनाम कार्यप्रदर्शन

विभिन्न कंप्यूटर्स विभिन्न फ़ंक्शंस और कार्यप्रदर्शन के साथ आते हैं, जो प्रारंभिक स्तर के और उच्च-स्तर के कंप्यूटर्स के बीच मूल्य टैग के अंतर से प्रदर्शित होता है. अपनी आवश्यकताओं को समझें और जानें, जिससे आपको सही कंप्यूटर मिले और उन कंपोनेंट्स के लिए भुगतान करने से बच सकें, जिनकी आपको आवश्यकता नहीं है. आपके लिए सही PC खोजने में हम आपकी सहायता कर सकते हैं. इसके साथ ही, हो सकता है, कि लगातार बढ़ती प्रचार छूटों पर मिलने वाले कंप्यूटर्स, आपकी आवश्यकताओं के लिए पर्याप्त शक्तिशाली न हों. ये अक्सर सस्ते या अप्रचलित कंपोनेंट्स के साथ पुराने समय के सिस्टम्स होते हैं, और बस थोड़ा अधिक भुगतान करने से आपको डायनामिक रूप से बेहतर PC मिल सकता है. मूल्य की तुलना करें, प्रत्येक कंपोनेंट्स पर ध्यान दें और मूल्य और कार्यप्रदर्शन का उचित संतुलन प्राप्त करने के लिए अपनी आवश्यकताओं पर विचार करें.

पेरिफ़ेरल और सॉफ़्टवेयर

अनेक पहले से-पैकेज किए गए कंप्यूटर अक्सर डिफ़ॉल्ट सॉफ़्टवेयर और कुछ विशिष्ट पेरिफ़ेरल्स के साथ समूहबद्ध होकर आते हैं. इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, माउस और कीबोर्ड शामिल हैं. कंप्यूटर के साथ आने वाले पेरिफ़ेरल्स खरीदने के पहले स्टोर में जाँच करें. यह सुनिश्चित करें कि आपको अपनी आवश्यकता के अनुसार प्रिंटर्स या अतिरिक्त केबल्स जैसी सभी आवश्यक चीज़ें और बजट के अनुसार मिलती हैं. अधिकांश कंप्यूटर्स पहले से इंस्टॉल किए गए ऑफ़िस अनुप्रयोग के साथ नहीं आते हैं और आपको यह जानकारी होना चाहिए.

सिस्टम कंपोनेंट्स

यह सुनिश्चित करें कि आपके प्रत्येक कंपोनेंट्स एक साथ बढिया कार्य करते हैं. पर्याप्त RAM के बिना नवीनतम, सबसे तेज़ प्रोसेसर होने पर यह आपके प्रोग्राम्स को उनके लिए आवश्यक गति से धीरे चलाएगा. जाँचें कि कंपोनेंट्स कार्यक्षमता में संतुलित हैं. कुछ फ़ॉर्म फ़ैक्टर के लिए, कंपोनेंट्स को अपग्रेड करना कठिन हो सकता है. हमेशा यह अनुसंधान करने का प्रयास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप वही खरीद रहे हैं, जिसकी आपको अभी आवशयकता है या यह कि यह भविष्य में अपग्रेड किए जाने योग्य है. विभिन्न कंपोनेंट्स के बारे में जानें.

फ़्यूचर-प्रूफ़िंग

फ़्यूचर प्रूफ़िग से तात्पर्य उन कंप्यूटर को खरीदने या असेंबल करने से है, जो भविष्य में अत्याधुनिक अनुप्रयोग चलाने में सक्षम हों. यह सामान्यतः असामान्य रूप से उच्च मूल्य टैग के साथ आता है. लंबे समय में, आपको अपने धन के सर्वोत्तम कीमत-पर-कार्यक्षमता मूल्य वाले कंप्यूटर को खरीदने से बेहतर सुविधा मिलती है और आप शेष की बचत करते हैं. तकनीक के उन्नत होने पर आपको प्रत्येक 6 माह में अपग्रेड करना जारी रखना या अपने कंप्यूटर को बदल देना सस्ता लगेगा.
आपके उपयोगों के अनुकूल कंप्यूटर खोजने में आपकी मदद करने के लिए Intel® प्रस्तुत है. आपकी आवश्यकताओं की पूर्ति करने वाले कोई PC को खोजने के लिए समीक्षाएँ पढ़ें और विभिन्न PC की तुलना करें.

कंप्यूटर टिप्स

इस ट्रिक से क्लियर करें अपने सभी इन्टरनेट एक्टिविटी हिस्ट्री :-


Internet activity History :-

-- Run में जायें
-- टाइप करें inetcpl.cpl
-- OK
-- इससे आपके सभी ब्राउज़िंग हिस्ट्री browsing history,कुकीज cookies और ऑफ लाइन डाटा offline data क्लियर हो जायेंगे।

Friday, March 14, 2014

हिंदी कंप्यूटरी ( हिंदी में कंप्यूटर ई-बुक )

हिंदी कंप्यूटरी ( हिंदी में कंप्यूटर ई-बुक )




इस पुस्तक  को पढ़ना आपको पढ़ना कम, बतियाना  ज्यादा  लगेगा। इतने साफ-सुथरे ढंग से, इतने व्यवहारिक नजरिये से वेद  प्रकाश ने हिंदी कंप्यूटरी से जुड़े मुद्दों को समझाया है कि बिलकुल आरंभिक पाठक के लिए के लिए भी यह  पुस्तक उपयोगी हो गयी है  इसी के साथ, वेद  प्रकाश ने हिंदी कम्पूटरी के व्यापक
 और सामािजक और  सैद्धांतिक पहलुओं पर ध्यान लगातार जमाये रखा है इसीलिए यह किताब हिंदी में कम्पूटरी करना सिखाने वाली किताब भर नहीं, बल्कि इस विषय पर लोकतान्त्रिक ढंग से सोचने का न्योता देने वाली किताब है


इस पुस्तक को डाउनलोड करने के लिए लिंक निचे दिया गया हैं ..

https://docs.google.com/viewer?a=v&pid=sites&srcid=ZGVmYXVsdGRvbWFpbnxteWVwYXRyaWthfGd4OjM4ZDBiNTVlNjE5ZGQ5NA

नया कंप्यूटर लेते वक़्त 10 ध्यान रखने योग्य बातें|

नया कंप्यूटर लेते वक़्त 10 ध्यान रखने योग्य बातें|


अक्सर मैंने देखा है की जब कोई नया कंप्यूटर लेने मार्केट में जाता है तो बहुत उलझन में पड़ जाता है की क्या लें क्या न लें| बेसिक यूसर अक्सर दुकानदार की बातो में आकर वही ले लेते हैं, जो वह बताता है| कंप्यूटर चाहे वो डेस्कटॉप हो या लैपटॉप यदि समझदारी से ख़रीदा जाए तो अपने रूपये पैसे का अच्छा उपयोग किया जा सकता है| नया कंप्यूटर लेते वक़्त ध्यान रखने योग्य बातें|
1 . मार्केट में 10 हज़ार से लेकर लाखो रूपये तक के कंप्यूटर आते है अत: ज़रूरत के हिसाब से ही चुनाव करना बेहतर होता है| मसलन यदि कोई यूसर बेसिक प्रोग्राम्स जैसे की डोकुमेंट, इन्टरनेट, ईमेल आदि का प्रयोग करे तो उसके लिए इंटेल का एटम प्रोसेस्सर युक्त लैपटॉप या डेस्कटॉप बेहतर है|
2 . हाई एंड पर्फोर्मस जैसे की 3 डी वर्क, गेमिंग, विडियो एडिटिंग सोफ्टवेयर आदि के लिए इंटेल के सेकंड जनेरेशन कोर प्रोसेसर 3 या 5 बेस्ट हैं|
3 . स्माल सर्वर्स या अन्य शेयरिंग वर्क्स के लिए इंटेल के सेकंड जनेरेशन कोर प्रोसेसर 7 बेस्ट हैं|
4 . इंटेल के अन्य प्रोसेस्सर युक्त कंप्यूटर जैसे की इंटेल डुअल कोर या कोर 2 डुओ भी बहुत अच्छे और सस्ते होते हैं|
5 . कोई भी कंप्यूटर इसके मदर बोर्ड से ही बेस्ट बनता है ना की उसके प्रोसेस्सर या रेम से| घटिया मदर बोर्ड में यदि अच्छी क्वालिटी का प्रोसेस्सर और रेम मिला भी दिया जाए तो घटिया ही पर्फोर्मांस देगा|
6 . मदर बोर्ड में एक स्पेशल मेमोरी होती है जो 3 डी ग्राफिक्स आदि के काम आती है| इंटेल के सभी मदर बोर्ड में यह मेमोरी 128 से 256 MB तक आ रही हैं| 256 MB युक्त मेमोरी बेस्ट है| हालांकि कुछ मदर बोर्ड में 3 डी ग्राफिक्स कार्ड जैसे की nVidea या ATI आदि युक्त भी आते हैं परन्तु उनका उपयोग हाई एंड पर्फोर्मस जैसे की 3 डी वर्क, गेमिंग, विडियो एडिटिंग सोफ्टवेयर आदि के द्वारा ही हो पता है| बेसिक यूसर के लिए यह व्यर्थ ही साबित होते हैं|
7 . एक बार ले रहे हैं अच्छा ही ले लें!!
कंप्यूटर चाहे वह लैपटॉप हो या डेस्कटॉप इसकी अधिकतम आयु 3 वर्ष ही है, 3 वर्ष बाद या तो ये ख़राब हो जाया करते हैं या फिर ओल्ड मॉडल बन कर घर के एक कोने में पड़ जाता हैं| इस सोच को बदलकर आगे बड़े क्यूकी आज का दौर सूचना क्रांति का दौर है और इसमें बहुत जल्दी जल्दी बदलाव आते हैं| नया कल पुराना हो जाता है| अत: कंप्यूटर अपनी ज़रूरत के हिसाब से ही लें|
8 . दुकानदार हमेशा उसी चीज़ को जयादा जोर देता है जिस पर मार्जिन (कमीशन) उसे अच्छा मिले| अत: दुकानदार की बातो में ना आए वो अपने फायदे के लिए घटिया क्वालिटी के प्रोडक्ट आपको बेच सकता है| जयादा जानकारी ना हो तो किसी समझदार को साथ में लेकर ही जाएँ|
9 . अक्सर दुकानदार चाइना प्रोडक्ट बता कर ग्राहक को गुमराह करने की कोशिश करते हैं, तो यह बात ध्यान रखने योग्य है की कोई भी प्रोडक्ट इंडिया में नहीं बनता| चाहे ब्रांडेड या लोकल सभी मेड इन चाइना होते हैं| अत: इन सभी चाइना प्रोडक्ट में से हमे बेस्ट प्रोडक्ट चुनने पर ध्यान देना चाहिए|
10 . कंप्यूटर लेने से पहले कंप्यूटर की मूलभूत जानकारी ले लेनी चाहिए जैसे की प्रोसेस्सर, रेम, हार्ड डिस्क, मदर बोर्ड, डिस्प्ले आदि आदि| लेटेस्ट और ओल्ड टेक्नोलोजी में हमेशा कम्पेयर कर के ही अपने लिए बेस्ट पी सी का चुनाव करना बेहरत होता है |
इंजिनियर मैक मीर
निदेशक
आई टी मैक डोट कोम
प्रौद्योगिकी और प्रबंधन संस्थान
आगरा|

कुछ शानदार फ्री एंड्रॉयड एप्लीकेशंस


लेटेस्ट टेक्नोलोजी के इस युग में अपने आप को अपडेट रखना बहुत ज़रूरी हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम आज आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसी एंड्रॉयड एप्लीकेशंस जो आपके मोबाईल को बना देती है कूल। तो आईए दोस्तों देखें कुछ हट के मोबाईल एप्स।



1. True Caller
True Caller एक ऐसी एप्लीकेशन है जिससे आप ऐसे मोबाईल नंबर के बारे में पता कर सकते हैं जो आपके मोबाईल में सेव नहीं हो, मतलब Unknown Numbers आप आसानी से ट्रैक कर सकते बिना किसी चार्ज के। True Caller नाम की यह एप्लीकेशन आप गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं।
2. APP Lock
APP Lock एक ऐसी एप्लीकेशन है जिससे आप अपनी सारी एप्लीकेशन को पासवर्ड से लॉक कर सकते हैं जैसे SMS, Contacts, Whatsapp, Notes etc। इस एप्लीकेशन के ज़रिए आप दो तरह से किसी भी एप्लीकेशन को लॉक कर सकते हैं
1. पिन लॉक.
2. पैटर्न लॉक.
3. Avast! Mobile Security
इस सोफ्टवेयर एप्लीकेशन के ज़रिए आप अपने मोबाईल को पूरी तरह से सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे आपका मोबाईल वायरस के अटैक से आसानी से निपट सकेगा। इंटरनेट एक्सेस पर भी यह सोफ्टवेयर अपनी नज़र रखता है।
4. ZEDGE
ZEDGE मोबाईल एप्लीकेशन, वॉलपेपर, रिंगटोन, लाईव वॉलपेपर, नोटिफिकेशन, गेम्स का एक शानदार प्लेटफ़ॉर्म वह भी अनलिमिटेड और फ्री. जी हाँ दोस्तों इस बेहतरीन एप्लीकेशन के ज़रिए आप लेटेस्ट रिंगटोन, वॉलपेपर डाउनलोड कर सकते हैं।
5. Ringtone Maker
Ringtone Maker एप्लीकेशन से आप अपने मोबाईल में सेव गानों की रिंगटोन बना सकते हैं वह भी बहुत आसानी से. वह रिंगटोन MP3 फोरमैट में आपके मोबाईल में सेव हो जाएगा।

Thursday, March 13, 2014

बीएसएनएल ने लॉन्च किया बेहद सस्ता "चैम्पियन" फेबलेट

BSNL Champion DM 6513 budget fablet launched in India.


जयपुर। यदि आप बड़ी डिस्पले स्क्रीन वाला एंड्रॉयड फेबलेट खरीदना चाहते हैं तो शायद 6.5 की इंच की बड़ी डिस्पले स्क्रीन वाला बीएसएनएल चैम्पियन फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

बीएसएनएल ने चैम्पियन के साथ मिलकर अपना नया फेबलेट चैम्पियन डीएम6513 लॉन्च किया है। कंपनी ने अपने इस फेबलेट की कीमत मात्र 6,999 रूपए रखी है।

बीएसएनएल ने अपने इस चैम्पियन फेबलेट की कीमत कम रखने के बावजूद इसमें शानदार फीचर्स दिए हैं जो इसें एक किफायती फेबलेट बनाते हैं।

कंपनी अपने इस फेबलेट में 6.5 इंच की डिस्पले स्क्रीन दी है जिसमें लिखने और प्ले करने जैसे दोनों काम एकसाथ किए जा सकते हैं। यह एंड्रॉयड 4.2.2 ओएस पर चलता है।

3जी नेटवर्क पर काम करने वाले बीएसएनएल चैम्पियन जी-सेंसर तथा एफ विथ रिकॉर्ड जैसे फीचर्स दिए गए हैं। जबकि इसें बेहतर क्वालिटी की फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिग के साथ-साथ वीडियो चेटिंग के लिए भी काम में लिया जा सकता है।

बीएसएन एल चैम्पियन में 5 एमपी कैमरा रीयर तथा 2 एमपी कैमरा फ्रंट में दिया गया है। साथ ही इसकी मेमोरी को 32जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें लगी 3500 एमएएच की बैटरी लंबे समय चलती है, जबकि इसमें वाय-फाय जैसे कनेक्टिविटी ऑप्शंस भी दिए गए हैं।

यदि कीमत और फीचर्स के आधार पर तुलना की जाए तो बीएसएनएल का यह फेबलेट माइक्रोमैक्स केनवस डूडल2, कार्बन टाइटेनियम एस9, माइक्रोमैक्स ए075, जोलो क्यू2000, जिओनी जीपेड जी3 जैसे फे बलेट्स की टक्कर का है।


सोनी ने उतारा "नोकिया एक्स" की टक्कर का फोन

Sony launches Nokia X competitor Xperia E1



जयपुर। अपनी एक्सपीरिया स्मार्टफोन सीरीज के लिए मशहूर सोनी इस बार अफोर्डेबल स्मार्टफोन लेकर आई है। कंपनी इस एक नहीं बल्कि दो स्मार्टफोन लेकर आई है जो हाल ही में लॉन्च हुए नोकिया के पहले एंड्रॉयड स्मार्टफोन एक्स को चुनौति वाले हैं।

सोनी ने एक्सपीरिया ई1 तथा एक्सपीरिया ई1 डयूल नाम से अपने इन दोनों स्मार्टफोन्स को लॉन्च किया है। दोनों स्मार्टफोन्स एंड्रॉयड 4.3 जैलीबीन ओएस पर काम करते हैं और इनके खास फीचर्स इस प्रकार है-

सोनी एक्सपीरिया ई1

यह एक सिम (जीएसएम) सपोर्ट करने वाला स्मार्टफोन है जिसकी कीमत 9,490 रूपए रखी गई है। इसमें 4 इंच की डब्ल्यूवीजीए डिस्पले स्क्रीन दी गई है। इसमें 1.2 गीगाहट्üज की गति से काम करने वाला डयूलकोर प्रोसेसर प्रोसेसर और 512 एमबी रैम दी गई है। 

कंपनी ने इसमें 4जीबी इंटरनल मेमोरी दी है जिसें माइक्रोएसडी कार्ड के तहत 32 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसमें 3 एमपी कैमरा तथा 1700 एमएएच की बैटरी दी है। इस फोन का कुल वजन 120 ग्राम है तथा इसें ब्लैक, पर्पल तथा व्हाइट रंगों में उपलब्ध करया गया है।


सोनी एक्सपीरिया ई1 डयूल

इस फोन की खास बात ये है यह दो सिम (जीएसएम+जीएसएम) सपोर्ट करता है। कंपनी ने इसयें 10,490 रूपए की कीमत में पेश किया है। इसमें दिय गया कैमरा 3.15 पिक्सल का है तथा बाकी के सारे फीचर्स एक्सपीरिया ई1 जैसे ही हैं।

एलजी का नया फोन, जिसका पानी और धूल भी कुछ नहीं बिगाड़ सकते

LG G3 to be dust and water resistant smartphone.



वॉशिंगटन। एलजी अपना नया स्मार्टफोन एलजी जी3 के नाम से लेकर आ रही है। इस स्मार्टफोन कुछ इस तरह से डिजायन कि या जा रहा है कि यह डस्ट और वाटरप्रूफ होगा।


इतना नहीं बल्कि एलजी जी3 स्मार्टफोन में सैमसंग गेलेक्सी एस5, आईफोन 6 तथा गूगल नेक्सस 6 जैसे आने वाले स्मार्टफ ोन्स के सारे फीचर्स भी मौजूद होगें। यह एंड्रॉयड के लेटेस्ट वजर्न कर काम करने वला होगा।



यह फेबलेट की तरह दिखने वाला स्मार्टफोन है जिसमें 5.5 इंच की टचस्क्रीन दी जा रही है। इसके अलावा शानदार प्रोसेसिंग स्पीड के लिए इसमें क्वालकॉम स्नेपड्रेगन 805 प्रोसेसर, 3 जीबी रैम भी दी जा रही है।



एलजी जी3 एक बेहर कैमरा स्मार्टफोन भी होगा क्योंकि इसमें ज्यादा ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन प्लस तकनीक वाला 16 मेगापिक्सल कैमरा रीयर तथा 3 एमपी कैमरा फ्रंट में दिया जा रहा है।



एलजी के इस नए फोन को इसी साल मई-जून तक बाजार में उतारा जा सकता है। नए फीचर्स तथा ज्यादा तकनीक के चलते इसकी कीमत नए लॉन्च हुए एलजी जी2 से थोड़ी ज्यादा होगी।


Nokia का एंड्रॉयड स्मार्टफोन `नोकिया एक्स` लॉन्च, कीमत सिर्फ 8,599 रुपये

ज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली: मोबाइल कंपनी नोकिया ने भारतीय बाजार में अपना पहला एंड्रॉयड फोन लॉन्च कर दिया गया है। इस फोन की कीमत 10 हजार से भी कम है। भारतीय बाजार में इस फोन को लेकर पहले से ही उत्सुकता देखी जा रही थी। नोकिया ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन नोकिया एक्स की कीमत सिर्फ 8,599 रूपए रखी है। 

कंपनी ने इसमें 4 इंच की डब्लूवीजीए टच डिस्पले स्क्रीन दी है और यह दो सिम सपोर्ट करता है। नोकिया एक्स की सबसे खास बात ये है कि कंपनी का यह पहला एंड्रॉयड स्मार्टफोन है जिसे काफी कम कीमत के साथ बाजार में उतारा गया है। इसमें 1.5 गीगाहर्ट्ज की स्पीड से कार्य करने वाला स्नैपड्रेगन एस-4 प्रोसेसर दिया गया है। इसमें 512 एमबी रैम और 4 जीबी इंटरनल मेमोरी दी गई है।

बेहतर क्वालिटी की तस्वीर और वीडियो के मद्देनजर इसमें 3 एमपी कैमरा भी है। लंबे समय तक चलने वाली 1500 एमएएच की बैटरी इसमें दी गई है। नोकिया एक्स स्मार्टफोन स्यान, येलो, ग्रीन, व्हाइट, रेड तथा ब्लैक इन 6 रंगों में उपलब्ध है। इससे पहले नोकिया ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन एक्स को मोबाइल वर्ल्ड कांगेस 2014 के दौरान लॉन्च किया गया था। 

Nokia X Android smartphone के खास फीचर्स

-4 इंच की डब्लूवीजीए टच डिस्पले स्क्रीन
-1.5 गीगाहर्ट्ज की स्पीड
-स्नैपड्रेगन एस-4 प्रोसेस
-512 एमबी रैम 
-4 जीबी इंटरनल मेमोरी 
- एमपी 3 कैमरा
-1500 एमएएच की बैटरी

(एजेंसी इनपुट के साथ)

आइये जानते हैं विश्व के प्रसिद्ध डांस स्टाइल के बारे में I

आइये जानते हैं विश्‍व के प्रसिद्ध डांस स्‍टाइल के बारे में I Written by: Aditi Pathak 

 डांस यानि नृत्‍य, किसी को भावना को व्‍यक्‍त करने का सबसे अच्‍छा तरीका है। डांस के माध्‍यम से हम खुशी, प्‍यार, दुख और दर्द व्‍यक्‍त कर सकते है। इसके अलावा, डांस, मनोरजंन और मूड को ताजातरीन करने का भी अच्‍छा माध्‍यम है। अगर म्‍यूजिक के बाद दिमाग को कोई रिलैक्‍स कर सकता है तो सिर्फ और सिर्फ डांस है। पूरी दुनिया में डांस के कई प्रकार है। हर जाति और संस्‍कृति ने अपने हिसाब से डांस की एक नई शैली को जन्‍म दिया। इन दिनों कई लोकनृत्‍य भी काफी पापुलर हो गए है जो दुनिया में हर जगह देखे जा सकते है। यह सभी डांस स्‍टाइल बहुत प्रसिद्ध है और इनकी मांग भी काफी ज्‍यादा है। अब ऐसा नहीं रहा है कि एक डांस स्‍टाइल किसी विशेष इलाके या समुदाय के बीच देखने को मिले। डांस के शौकीन लोग इसे सीखते है और सारी दुनिया में फैला देते है।


नीचे कुछ डांस स्‍टाइल के बारे में बताया जा रहा है जिसकी सारी दुनिया में धूम मची हुई है :


1) हिप हॉप डांस :
   इन दिनों युवा के बीच हिप हॉप डांस स्‍टाइल सबसे ज्‍यादा फेमस है। इस डांस स्‍टाइल को स्‍ट्रीट डांसिंग भी कहते है। इसकी शुरूआत 70 के दशक में हुई थी और वर्तमान में यह दुनिया का सबसे प्रसिद्ध डांस स्‍टाइल है। इसी शैली में लॉकिंग और पॉपिंग भी आता है। इसे छोटे या बड़े, किसी के द्वारा भी पेश किया जा सकता है।

  2) सालसा :
   सालसा, क्‍यूबा का डांस स्‍टाइल है जो सबसे कामुक और जीवंत माना जाता है। इस स्‍टाइल में जोड़ा, एक साथ परफॉर्म करता है। डांस के इस स्‍टाइल में सबसे ज्‍यादा रोमेंस, प्‍यार और फीलिंग्‍स को दिखाया जा सकता है। पूरी दुनिया में इसे कपल्‍स के बीच सबसे ज्‍यादा प्रसिद्ध माना जाता है। सालसा को लैटिन अमेरिकन म्‍यूजिक पर किया जाता है लेकिन अब इसे लोग किसी भी तरह के गाने पर अपने तरीके से पेश करते है।

  3) कत्‍थक :
   कत्‍थक एक भारतीय नृत्‍य शैली है जो नज़ाकत और नफ़ासत से भरी हुई है। इस नृत्‍य शैली मे
   अदाएं और मुद्राएं होती है। भारत में 8 प्रकार के क्‍लासिकल डांस में कत्‍थक सबसे महत्‍वपूर्ण नृत्‍य शैली होती है। पुराने ज़माने में कत्‍थक को कथाओं और महाकाव्‍यों का वर्णन करने में किया जाता था। यह सबसे कठिन नृत्‍य शैली होती है और इसको करने वाले लोग सालों इसकी ट्रेनिंग लेते है। इस नृत्‍य को सीखने पर कई परीक्षाएं भी देनी पड़ती है जो अलग - अलग स्‍तर पर होती है। भारतीय शास्‍त्रीय संगीत में कत्‍थक सबसे महत्‍वपूर्ण है।

  4) बेल्ली डांस : पश्चिमी एशियाई देशों में वैले डांस महिलाओं के द्वारा किया जाने वाला नृत्‍य है। इस प्रकार की डांस स्‍टाइल में शरीर के सभी अंगों को स्थिर रखकर सिर्फ पेट के निचले हिस्‍से को चलाया जाता है जिसे वैली यानि नाभि कहते है। हिप्‍स के हिस्‍से को चलाना भी इसी शैली का एक भाग है। पहले इस डांस फॉर्म को अच्‍छा नहीं माना जाता था और अच्‍छे परिवारों के लड़कियां या महिलाएं इसे सीखने या करने से कतराती थी, लेकिन वर्तमान में कई डांस शो में पापुलरिटी मिलने के बाद इस डांस स्‍टाइल को पसंद किया जाने लगा है।

  5) लाइन डांस : लाइन डांस स्‍टाइल काफी पुराना नहीं है। इस शैली में एक ग्रुप के कई लोग एक लाइन में सेट हो जाते है और एक ही प्रकार के डांस स्‍टेप्‍स करते है। हर दिन नृत्‍य वाले लोग इसी स्‍टाइल को अपनाते है। एक्‍सरसाइज और वजन घटाने में भी इस डांस स्‍टाइल का उपयोग किया जाता है जिसे एरोबिक्‍स या जुम्‍बा के नाम से जाना जाता है। इन सभी डांस स्‍टाइल के अलावा, कई और प्रकार के डांस स्‍टाइल भी होते है जिनमें जै़ज़, कॉन्‍टीनेंटटल, भरतनाट्यम, टैप, वैलेट या गंगनम डांस प्रमुख है।